business loan : बिजनेस शुरू करने के लिए इन 6 सरकारी स्कीम से आसानी से ले सकते हैं 50 लाख का लोन, ब्याज भी बेहद कम

My job alarm – (Top Government Business Loan Schemes) आज के समय में हर कोई अपना खुद का बिजनेस करना चाहता है। इसके लिए वो प्लान भी तैयार करता है लेकिन कई बार पैसों की तंगी की वजह से व्यक्ति ऐसा करने में सक्षम नही होता है।  लेकिन अब ऐसा कुछ नही है। अब अगर आप बिजनेस करने का सोच रहे (Business startup) है तो आपको सरकार की कुछ ऐसी स्कीम के बारे में मालूम होना चाहिए जो कि बिजनेस को प्रोत्साहन देने के लिए लोन की सुविधा मुहैया करा रही है। इससे आपको बिजनेस के लिए पैसों की चिंता करन की कोई आवश्यक्ता नही है। आज के समय में आप आसानी से अपना खुद का बिजनेस शुरू कर सकते (loan for business) है। वेसे भी पिछले कुछ साल में भारत में उद्यमियों की संख्या में तेजी से इजाफा हुआ है। 

ये तो आप जानते ही है कि किसी भी बिजनेस या स्टार्टअप के लिए पैसा उतना ही जरूरी है जैसे व्यक्ति के लिए भोजन। इसी को ध्यान में रखते हुए भारत सरकार ने पिछले कुछ साल में स्टार्टअप्स और मौजूदा व्यवसायों को अपना परिचालन जारी रखने के लिए मौद्रिक सहायता देने के लिए प्रभावी कदम उठाए (government loan for business)  हैं जिससे आपके स्टार्टअप या बिजनेस में निरंतर कैशफ्लो बना रहे।

आज की हमारी इस खबर के माध्यम से हम आपको ऐसी 6 सरकारी स्कीम के बारे में बताने जा रहे (busines startup loan by government) हैं जो आपके स्टार्टअप या मौजूदा बिजनेस में निरंतर कैशफ्लो को बरकरार रखने में मदद मिल सकती है।

1. एमएसएमई लोन

सबसे पहले हम बात करते है एमएसएमई (MSME Loan Scheme) की तो इसको उनकी वर्किंग कैपिटल की जरूरतों को पूरा करने में मदद करने के लिए, सरकार ने एमएसएमई लोन स्कीम को शुरू किया है। इस स्कीम के तहत, कोई भी नया या मौजूदा उद्यम 1 करोड़ रुपये तक का लोन प्राप्त कर सकता है।

आपको जानकार हैरानी होगी कि आमतौर पर, लोन की प्रक्रिया पूरी होने में लगभग 8-12 दिन लगते हैं और लोन के लिए दिए गए आवेदन की स्वीकृति/अस्वीकृति में मात्र 59 मिनट का ही समय लगता (loan approval process) है।

2. प्रधानमंत्री मुद्रा योजना

सरकार की स्कीम प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (Pradhan Mantri MUDRA Yojana) के बारे में बता दें कि  मुख्य रूप से महिला उद्यमियों, सेवा और व्यापार से संबंधित उद्यमों आदि के लिए उपयुक्त है। इस योजना के तहत भी आपको कोलैटरल फ्री लोन मिलता है जिसमें देनदार को रिपेमेंट की अवधि बढ़ाने का सुविधा मिलती है।

कोई बिजनेस फर्म मुद्रा लोन योजना (Mudra Loan Scheme) के लिए तीन श्रेणियों में आवेदन कर सकता है:

शिशु मुद्रा लोन

इस योजना के तहत 50,000 रुपये तक का लोन 1 से 2 प्रतिशत के सालाना ब्याज (interest rates on Mudra Loan Scheme) दर पर दिया जाता है।

किशोर मुद्रा लोन

इस योजना के तहत 5 लाख रुपये तक का लोन 8.60 से 11.15 प्रतिशत के सालाना ब्याज दर पर दिया जाता (Mudra Loan Scheme) है।

तरूण मुद्रा लोन

इस योजना के तहत 5 लाख रुपये से अधिक से लेकर 10 लाख रुपये तक का लोन 11.15 से 20 प्रतिशत के सालाना ब्याज दर पर दिया जाता है।

 

3. क्रेडिट गारंटी फंड योजना 

सूक्ष्म और लघु उद्यमों के लिए क्रेडिट गारंटी फंड ट्रस्ट(Credit Guarantee Fund Scheme)काफी लंबे समय से एमएसएमई के लिए कोलैटरल फ्री लोन की सुविधा प्रदान कर रहा है। सीजीटीएमएसई योजना बिना किसी कोलैटरल के 10 लाख तक का वर्किंग कैपिटल लोन प्रदान करती है।

4. सिडबी लोन (SIDBI Loan)

सिडबी यानी भारतीय लघु उद्योग विकास बैंक (Small Industries Development Bank of India) है। बता दें कि इसे सरकारी व्यवसाय लोन प्रदान करने वाली सबसे पुरानी संस्थाओं में से एक माना जाता है। सिडबी लोन मुख्य रूप से एमएसएमई व्यवसायों को मदद देता है जिन्हें पैसों की सख्त जरूरत होती है।

 

5. राष्ट्रीय लघु उद्योग निगम स्कीम 

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि सरकार की इस योजना यानि कि राष्ट्रीय लघु उद्योग निगम स्कीम  (National Small Industries Corporation)के तहत दो तरह के लोन दिए जाते हैं-

मार्केटिंग सहायता योजना

मार्केटिंग सहायता योजना (marketing assistance plan) के तहत मिलने वाली राशि का उपयोग आप अपनी प्रतिस्पर्धात्मकता और अपनी पेशकशों के बाजार मूल्य को बढ़ाने के लिए कर सकते हैं। इससे व्यवसाय को बढ़ावा देने, मार्केटिंग और बाजार तक पहुंच बढ़ाने में काफी मदद मिल सकती है।

क्रेडिट सहायता योजना

क्रेडिट सहायता योजना (credit assistance scheme) के तहत कच्चे माल की खरीद, वित्त, मार्केटिंग आदि के लिए वित्तीय सहायता (personal finance) प्राप्त की जा सकती है।

6. क्रेडिट-लिंक्ड कैपिटल सब्सिडी योजना 

क्रेडिट-लिंक्ड कैपिटल सब्सिडी योजना के बारे में बता दें कि ये बिजनेस के लिए एक सरकारी सब्सिडी क्रेडिट (Credit-Linked Capital Subsidy Scheme) है जो उन लोगों के लिए अच्छा है जिन्हें उद्योगों में तकनीकी प्रगति के लिए पैसों की आवश्यकता होती है। तकनीकी प्रगति में मार्केटिंग, आपूर्ति श्रृंखला, विनिर्माण आदि शामिल हो सकते हैं।
 

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