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बचपन मे अनाथ हुए शाहरुख खान ने मरती हुई माँ से कही थी ये बुरी बातें, पिता के निधन से दो साल तक सदमे में रही बहन

बॉलीवुड के किंग शाहरुख खान आज अपना 57 वां जन्मदिन मना रहे हैं। फिल्म इंडस्ट्री के सबसे पॉपुलर और चहेते इस सितारे के जन्मदिन पर उनके बंगले मन्नत के बाहर बीती रात से भी फैंस पहुंचे हुए हैं। कोई पोस्टर लेकर खड़ा है कोई केक कटने की उम्मीद में। लेकिन हमेशा की तरह किंग खान ने किसी को निराश नहीं किया। उन्होंने रात अपने फैंस के इस प्यार को स्वीकार किया और सभी का शुक्रियादा किया।

बॉलीवुड का किंग बनने और इतने सालों तक फैंस का प्यार पाने के लिए उनके करियर के कई साल लग गये। छोटी उम्र में माता-पिता का साथ छूटने के बाद एक्टर ने अकेले ही अपनी दुनिया बनाई। 15 साल की उम्र में शाहरुख़ के पिता मीर ताज मोहम्मद कैंसर के चलते चल बसे।

वो बेटे को कुछ करते हुए, नाम बनाते हुए नहीं देख पाए। बचपन में ही दोस्त जैसे पिता को खोने का सदमा उनके टीवी शो की सफलता से भर ही रहा था। फिल्मों में बात चल ही रही थी कि माँ लतीफ फातिमा खान भी अपने दोनों बच्चों को अनाथ कर दुनिया छोड़ गई।

शाहरुख खान अपनी माँ के बेहद करीब थे। माँ का ही सपना था कि वो बेटे को टीवी शोज़ में एक्टिंग करते देखें। लेकिन अपने अंतिम कुछ पलों में उन्होंने बेटे को टीवी पर देख ही लिया। और शायद उन्हें ये सुकून हुआ होगा कि बेटा आगे नाम करने वाला है। इस बारे में उन्होंने साल 2019 में मशहूर टॉक शो ‘माय नेक्स्ट गेस्ट विद डेविड लेटरमैन’ बातचीत की थी।

इस दौरान किंग खान ने बताया कि उनकी माँ की इच्छा थी कि वो बेटे को एक्टिंग करते देखे। ऐसे में उन्होंने वीसीआर की व्यवस्था की थी। उनकी माँ ने अपने आखिरी वक्त में उन्हें टीवी शो में एक्टिंग करते हुए देखा। अगली सुबह बेटे की बाहों में माँ ने अपना दम तोड़ दिया। आगे एक्टर ने ये भी बताया था कि उन्होंने माँ के अंतिम वक्त में उन्हें खूब परेशान किया था।

शाहरुख ने इस बारे में बात करते हुए कहा था, ‘मेरी मां आईसीयू में थीं और मैंने सोचा कि अगर मैं उन्हें परेशान करूंगा तो वह मेरे पास आ जाएंगी। इसलिए मैं उनके बिस्तर के बगल में बैठ गया और ऐसी बातें कहने लगा कि मैं अपनी बड़ी बहन (लालारुख) को लेकर मतलबी हो जाऊंगा।

मैं उसकी शादी नहीं करूंगा, मैं काम नहीं करूंगा, मैं श’रा’ब पी’ना शुरू कर दूंगा। कई बुरी चीजें कहीं कि मेरी चिंता में वह वापस आ जाएंगी। यह कहते हुए कि- हे भगवान इस लड़के की मुझे अभी भी चिंता है।।। लेकिन यह तरीका काम नहीं आया।’

उन्होंने कहा था, ‘मेरे माता-पिता अचानक चले गए। हमें पता चला कि उन्हें कैंसर है और ढाई महीने के भीतर वे चले गए। मुझे नहीं पता था कि क्या करना है। मुझे बस उनकी मज़ार पर यह महसूस हुआ कि मुझे इस शून्यता को किसी चीज़ से भरना चाहिए।

मैं किस्मत वाला था कि मुझे फिल्मों में ब्रेक मिला। मेरे लिए, अभिनय काम नहीं है बल्कि मेरी भावनाओं को बाहर निकालने के लिए एक जगह है।’ शाहरुख ने पिता के साथ आखिरी बार वनीला आइसक्रीम खाई थी। अनाथ शाहरुख़ ने ऐसे इंडस्ट्री में अपनी पहचान खुद बनाई थी।

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